समाचार देख

1947 में भारत में रहना कैसा था?

1947 का भारत अनुभव निश्चित रूप से विशेष था। यह स्वतंत्रता का समय था, लेकिन साथ ही विभाजन का दर्द भी बहुत अधिक था। लोगों में नई उम्मीदें और आत्मविश्वास था, लेकिन विभाजन के कारण हुए हिंसा ने उन्हें आहत किया। यह भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील अध्याय था, जिसके प्रभाव आज भी महसूस किए जा सकते हैं। इसलिए, 1947 का भारत एक मिश्रण था - उत्साह का, दुःख का, आशा का और घोर निराशा का।
समाचार देख

भारत में टीवी समाचार चैनल कितने हैं?

भारत में टीवी समाचार चैनलों की संख्या अगर्त लोगों के अनुसार है। इसके अनुसार, देश में वर्तमान में कुल लगभग 800 टीवी समाचार चैनल हैं। ये चैनल हिन्दी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगु, कुमारिया, मराठी और अन्य भाषाओं में हैं। वे भारत में प्रारंभिक और आधुनिक समाचार को लागू करते हैं। इन समाचार चैनलों के माध्यम से, लोग राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं को जान सकते हैं।